Surya Grahan 2025: साल का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा, भारत में इसका असर होगा या नहीं?

सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) हमेशा से ही लोगों के लिए आकर्षण और जिज्ञासा का विषय रहा है। यह एक ऐसी खगोलीय घटना है जिसमें चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूर्य के प्रकाश को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक देता है। आइए जानते हैं 2025 में होने वाले सूर्य ग्रहण के बारे में विस्तृत जानकारी।​

2025 में सूर्य ग्रहण की तिथियां

वर्ष 2025 में दो प्रमुख सूर्य ग्रहण होंगे:​

  • पहला सूर्य ग्रहण: 29 मार्च 2025 को होगा।​
  • दूसरा सूर्य ग्रहण: 21 सितंबर 2025 को घटित होगा।​

29 मार्च 2025 का सूर्य ग्रहण: समय और दृश्यता

हिंदू पंचांग के अनुसार, पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को चैत्र अमावस्या के दिन लगेगा। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण अपराह्न 2:21 बजे से सायं 6:14 बजे तक रहेगा। हालांकि, यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, लेकिन अन्य देशों में इसे देखा जा सकेगा।​

सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या करें

क्या करें:

  • मंत्र जाप और ध्यान: ग्रहण के दौरान मंत्र जाप और ध्यान करना शुभ माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।​
  • धार्मिक ग्रंथों का पाठ: इस समय श्रीमद्भागवत गीता या अन्य धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करना लाभकारी होता है।​

क्या करें:

  • भोजन से परहेज: ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और बीमार लोग आवश्यकतानुसार दवाइयाँ खा सकते हैं।​
  • पूजापाठ से बचें: इस अवधि में पूजा या धार्मिक अनुष्ठान नहीं करने चाहिए। घर के मंदिर को पर्दे से ढक देना उचित होता है।​
  • बाहर निकलें: ग्रहण के समय घर के अंदर रहना चाहिए और बाहर निकलने से बचना चाहिए।​

सूर्य ग्रहण के स्वास्थ्य पर प्रभाव

सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य की तीव्र रोशनी आंखों के लिए हानिकारक हो सकती है। इसे नंगी आंखों से देखने पर रेटिना को स्थायी नुकसान पहुंच सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ग्रहण के दौरान सूर्य को सीधे देखने से बचना चाहिए, खासकर बच्चों के लिए यह अधिक खतरनाक हो सकता है। ​

सूर्य ग्रहण को सुरक्षित रूप से कैसे देखें

  • सुरक्षा चश्मे का उपयोग करें: यदि आप सूर्य ग्रहण देखना चाहते हैं, तो विशेष रूप से डिजाइन किए गए ‘इक्लिप्स ग्लासेस’ का उपयोग करें।​
  • अप्रत्यक्ष विधियों का प्रयोग करें: सूर्य की छवि को प्रोजेक्ट करके या लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से ग्रहण को देखा जा सकता है।​

वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण

वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य ग्रहण एक प्राकृतिक खगोलीय घटना है जिसका पृथ्वी पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ता। हालांकि, ज्योतिष शास्त्र में इसे महत्वपूर्ण माना जाता है और कुछ राशियों पर इसके प्रभाव की चर्चा की जाती है। यह विश्वास व्यक्तिगत आस्था पर निर्भर करता है।​

निष्कर्ष

सूर्य ग्रहण एक अद्भुत खगोलीय घटना है जो हमें ब्रह्मांड की विशालता का एहसास कराती है। हालांकि, इसे देखने के दौरान सुरक्षा उपायों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। ग्रहण के दौरान बताए गए निर्देशों का पालन करके हम इस घटना को सुरक्षित रूप से देख सकते हैं।

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